घड़े में पानी ठंडा हो जाता है जबकि अन्य बर्तनों में नहीं क्यों ? video link
पानी का ठंडा होना वाष्पीकरण की क्रिया पर आधारित है ! मिटटी के बने घड़े में बहरी पृष्ठ पर सांख्य अछिद्र होते है ! जिन पर अंदर का जल रिस रिसकर इकठ्ठा होता है ! वायुमंडमल की हवा जब इनसे टकराती है तो वाष्पीकरण के लिए आवश्यक गुप्त ऊष्मा अंदर के जल से ले लेती है जिस से घड़े के अंदर का पानी ठंडा हो जाता है ! इसके विपरीत अन्य बर्तनों की सतह पर छिद्र नहीं होते अतः पानी का वाष्पीकरण नहीं हो पता जिस से पानी ठंडा नहीं होता ! मुझे उम्मीद है की आप सभी साथी अच्छी तरह समझ गये होंगे अब इसे याद रखने की ज़रुरत है वीडियो देखने के लिए शुक्रिया...
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